जलवायु परिवर्तन एवम मृदा संरक्षण को लेकर चिंता जताए, डॉ प्रेम कुमार

 

गया/दोभी
रिपोर्ट-अनावल IMG 20240801 WA0152मिश्रा

देश और राज्य में एक बहुत बड़ी समस्या उभरकर सामने आ रही है, वह है जलवायु प्रदूषण। जिस कारण हर मौसम में अपना रुख बदलता रहता है। जिले में 27 लाख प्लांटरोपण का लक्ष्य रखा गया है, अब तक 15 लाख प्लांटरोपण का भुगतान हो चुका है। सभी लोग अपनी मां के नाम पर एक पौधा अवश्य लगाएं। उक्त बातें डोभी के जैव विविधता पार्क पीपरघट्टी में गुरुवार को वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. प्रेम कुमार ने अपनी पढ़ाई में लोगों को बताया। इस पार्क में पौधारोपण, पौधारोपण एवं जल संरक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग, अंतर जिला राजमार्ग और अन्य सभी सड़कों के किनारे किस प्रकार के तटबंध बनाए जाएंगे। बिहार में इस बार पिछली बार की तुलना में अभी तक 32 फीसदी बारिश कम हुई है। स्ट्रीटबू के किनारे मौजूद रसेल को इंटरनेट से सुरक्षा दी जा रही है। तीन साल तक डेडिकेट किया जाएगा। हर परिसर को हरा बनाएं और पर्यावरण मित्र बनाएं। आगामी प्रस्तावित योजना जिला सिलौंजा में 21 नाइक ग्राउंड पर पार्क, कैंडी में अनिवार्य पार्क बनाने के साथ ही बिहार झारखंड के बाराचट्टी में स्थित बाराचट्टी में भी जैव विविधता पार्क बनाने की योजना है। वाराणसी से कोलकाता एक्सप्रेस वे बनने के कारण 70 हजार पेड़ काटने वालों की नौबत केंद्र से दूसरे आउटलुक विकल्प के लिए निकाली गई है। मंत्री की 24वीं योजना का हुआ समापन। उपचार से मिलने वाले लाभ के बारे में बताया गया है कि एक पौधा बचपन से लेकर मृत होने पर भी हम सभी को कुछ न कुछ होता है। पेड़ से ऑक्सीजन, बेशकीमती लकड़ी, स्ट्री का चारा, कंपोस्ट खाद सहित अन्य लाभ मिलता है।